विश्व रंगमंच दिवस

जीवन है सर्वज्ञ मनुज का कुछ बेहतर कर जाओ । बल-वैभव, यश-कीर्ति मिले ऐसा किरदार निभाओ ।। रंगमंच यह विश्व जगत है

Read More

       26-03-2022

किसान

सुबह निकलता कन्धे हल रखकर दो बैलों की जोड़ी लेकर चलता है वह मचल-मचल कर देखो कितना बलवान है न दिल का सच्चा नेक इंसान है न सच में ये किसान है न

Read More

शहीदे आजम: सरदार भगत सिंह

सिंह गर्जना थी तुम में साहस अदम्य, बल पौरुष था । मां भारती के अमर पुत्र बुद्धि विवेक अपर बल था ।।

Read More

एक संदेश

शायद ये ज़िंदगी ही तो है, जो ईक अहसास दिलाती रहती है, मन के खाली पन का ख़ुद को अर्थ हीन होने का।

Read More

जल : जीवन का अवलंबन

जड़ चेतन का पोषक जल है । जल बिनु सूना सारा जग है जल ही जीवन का द्योतक है ।। हिम शिखरों पर हिम खंड रुप में

Read More

       21-03-2022

साहित्य की ताकत

संस्कृति सभ्यता का उपवन साहित्य ज्ञान की झांकी है। प्रगतिशील होता वह देश साहित्य जहां की साखी है ।।

Read More

       21-03-2022

रंगों की दुनियाँ

रंगों की दुनियाँ, स्नेहा सिंह

Read More

गौरैया

आज सुबह मेरे आंगन में फुदक फुदक कर नाच रही थी । छोटी सी चुलबुल गौरैया मेरे मन को लुभा रही थी ।।

Read More


बेटी जन्म की बधाई

बेटी के महत्व को दर्शाती यह रचना। बेटी है अभिशाप नही, ईश्वर का रूप समाई I बिना जन्म, पहचान बताकर, फिर भी गर्भ से विदाई I बेटी होती क्यों परायी,

Read More

       18-03-2022

अपनी माटी-अपना पूर्वांचल

गोरक्षनाथ की पावन धरती ऋषि मुनियों की शान रही है । देवरहा बाबा की कर्मस्थली पूर्वांचल की पहचान रही है ।।

Read More

सुअर एक प्रेरणास्रोत

एक दिन सुबह में एक सुअर पर नज़र पड़ी तो आत्मसाक्षात्कार हुआ,और मुझे यह ज्ञान प्राप्ति हुआ कि बेचारा सुअर भोला-भाला मुखमंडल से सुशोभितमान सरकार के तमाम प्रयासों के

Read More

       18-03-2022

बहुजन समाज पार्टी: फर्श से अर्श की ओर

पंजाब के एक छोटे से गांव से निकल कर राजनीति पार्टी का गठन करने वाले माननीय कांशीराम ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनके बाद उनके सपनों की आधारशिला पर गठित राष्ट्रीय राजनैतिक दल, बहुजन समाज पार्टी का हश्र...

Read More

       18-03-2022

शिक्षा संस्कार सियासत और धर्म

धर्मो रक्षति रक्षितः अर्थात जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। महाभारत और मनुस्मृति का यह प्रेरक संस्कृत वाक्यांश‌ धर्म की रक्षा करने की प्रेरणा देता है। परन्तु वर्तमान समय में विभिन्न विचारधाराओं ने धर्म का वास्तविक अर्थ ही बदल कर...

Read More

       18-03-2022

होली आई विहसा अंबर

प्रकृति हुई सुहानी । सात रंग से भीगी धरती ओढ़ी चूनर धानी ।। बसंती बयार बह रही

Read More

होली की मस्ती

लगाओ रंग गुलाल संग प्यार, रिश्तों में लाए सदा ऐतबार, प्रेम का संदेश लेकर, झूमे गली और बस्ती,

Read More

होली

होली आई विहसा अंबर प्रकृति हुई सुहानी । सात रंग से भीगी धरती ओढ़ी चूनर धानी ।।

Read More

कर्मचारियों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार देश हित में।

किसी भी देश के सरकार द्वारा लोक कल्याणकारी योजनाओं के संचालन, क्रियान्वयन का मुख्य जिम्मेदारी बिभिन्न प्रकार के श्रेणीगत कर्मचारियों का होता है। कर्मचारियों के बीच....

Read More

       17-03-2022

जीवन के विविध रंग के दोहे

मन पुलकित, तन हर्षित हुआ, आए हैं ऋतुराज । दुल्हन सी धरती सजी, पिया मिलन की आस।। खुशबू फैली दिग-दिगंत में, बिखर गया परिमल चहुंओर। पुष्प की मनहर आभा से, हुई सुहानी भोर ।।

Read More

       16-03-2022

कही अनकही बातें

कही अनकही बातें शराफ़त का मिसाल देता हूँ खैर तो है कि ज़वाब-ओ सवाल देता हूँ...

Read More

नारी हूँ मैं कुछ भी कर सकती हूँ

ये रचना नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी । जो लोग महिलाओं को कमजोर समझते है उनके लिए समाज मे आईना दिखाने का काम करेगी ये रचना क्यों कि महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिये ।

Read More

       15-03-2022

मुकम्मल

यह जग को मंजूर नहीं है ‌। सुख समृद्धि यश मिले सभी को दुनिया का दस्तूर नहीं है ।।

Read More

गौरैया और कौआ की सच्ची कहानी

आज सुबह गौरैया और कौवा को ठंड से ठिठुरते देख उस घटना को भावना के माध्यम से एक कहानी का रूप देने का कोशिश किया हूँ.. बात 8 दिसंबर की सुबह की है। अभी रात का अंधेरा ठीक...

Read More

       15-03-2022

एक अधूरी ख्वाइश मन की

एक अधूरी ख्वाइश मन की

Read More

       15-03-2022

मेरे गाँव की गलियाँ

मेरे गाँव की गालियाँ बड़ी सुनसान सी लगती हैं मैं जहाँ खेलता था अब वो अंजान सी लगती हैं इतना बदलाव जरूर हुआ नये घर बनें हैं बहुत

Read More

श्रेणी