डिजिटल मुद्रा (Pointo Currency) की परिकल्पना।
21 वीं सदी के पहली दसक को छोड़ दिया जाए तो दूसरी दसक से डिजिटिलाइजेशन का परिचालन तेजी से बढ़ा। डिजिटिलाइजेशन ने भारी भरकम मेहनत से लिखी जाने वाली तमाम खाता-बही को स्वचालित सहज और त्वरित बना दिया। जीवन के विभिन्न आयाम, क्रियाकलापो में डिजिटिलाइजेशन को बढ़...
Read Moreदिल कृष्ण कृष्ण हो गया
मेरे दिल की बातों को कविता के माध्यम से बताया है। क्या कहता है दिल ? सुनो इसकी बाते सुनाए । दिल हो गया है कृष्ण कृष्ण, मन वृंदावन मे बस जाए । क्या कहता है दिल ? सुनो इसकी बाते सुनाए । दिल हो गया है राम राम
Read Moreकाला आदमी, गोरा कर्म।
करीवा जिनगी में एके बार जन्म के समय ललछहु गोर दिखा था, फिर जे करिया रंग उस पर चिपका से चिपकले रह गया। भैंस जैसा काला हमर करीवा, अपने रंग के बारे में सबको बताता की मैं श्याम वर्ण का हूं। कृष्ण और राम भी श्याम वर्ण के थे, सरवा के करिया बताने में लाज लगता था
Read Moreकुसंग का लालच
एगो दिक्कत रहे तब न! ई जीवन दुखी कर दिहिस है। सुरेंद्र मोहन पाठक आऊ वेद प्रकाश शर्मा का उपन्यास खरीदना भी अब मुश्किल है, मिलबे नही करता है। मनोहर कहानियां और सरस सलिल का व्यस्क कहानी भी कहां नसीब होता है। हमन जैसन के हीरो मिथुन आऊ गोविंदा भी ससुरा बूढ़ा ग
Read Moreबड़े साहब के बुरे दिन
बचपन में जब कोई घर पर आता तो बाबूजी बोलते - देखिएगा इसको हम आईएएस अफसर बनाएंगे। का हुआ, जो हम नही बन सकें, मेरा बेटा जरूर बनेगा। और उसके बाद शुरू होता मेहमान का मुझसे प्रश्न, बताओ बेटा " कै नवां दू तीन चार" हम उच्चरुंग जैसन मुंह बना लेते। खैर मेहमान के जा
Read Moreप्रेमग्रंथ
प्रेमग्रंथ। सदियां बीत जाएंगी, दौर अलग अलग आयेंगे पर लोग अपने पहले प्यार को कभी न भूल पाएंगे। गांव में एगो टीवी, आऊ देखे वाला पूरा गांव। इतवार के दिन टीवी दुरा पर लग जाता आऊ साथ में एगो बैटरी। फिर शुरू होता रामायण। कुछ लोग पलथिया मार के तो कुछ लोग चुकु म
Read Moreसात फेरों के सातों वचन
जहियाँ से बिहार, सरकारी नौकरी में महिला लोग के तैतीस प्रतिशत आरक्षण दिया था, उसी समय करेजा के मजबूत करके आपन मेहरारू के फॉर्म भरवाए थे। हमरा कहीं नहीं हुआ कोई बात नही मेहरारू के कहीं न कहीं तो होइए जायेगा। देखिए एक विभाग का रिजल्ट भी आ गया, दो बरिस पहिले।
Read Moreआधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान नामक पुस्तक का समीक्षा।
आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर जी का योगदान नामक पुस्तक के पठन के पश्चात महान संत कबीरदास जी की जीवनी पर प्रख्यात साहित्यकार डा० अभिषेख जी के लिए मेरे मन की वाणी के उद्गार जिन्होने अपनी कठिन साधना ,परिश्रम ,समर्पित भाव से इस सुन्दर पुस्तिका...
Read Moreआधुनिक भारत के निर्माण में सदगुरु कबीर का योगदान नामक पुस्तक की समीक्षा
डॉ अभिषेक जी के द्वारा यह पुस्तक बहुत ही ज्ञानवर्धक और वर्तमान समय में कारगर सिद्ध साबित होगी 21 सदी के महान साहित्यकारों की सूची में उनका प्रथम स्थान माना जाना चाहिए।
Read Moreतरक़्क़ी देखकर फुले नहीं समा रहे थे….
बिहार का रहने वाला एक १८ वर्षीय युवा मुश्किल से १०वी पास, चार बहन भाइयों में सबसे छोटा, कुछ करने के लिए अपने माँ बाप को बिना बतायें दिल्ली आ जाता हैं.काम की तलाश में इधर उधर घूमता हैं, दिहाड़ी पर एक कंप्यूटर सही करने वाले के यहाँ नौकरी करनी शुरू कर दी.दिन में काम रात में कंप्यूटर भाषा सीखता था.काम करते-करते उसने एक छोटी सी वेबसाइट बना ली.अपने मालिक को दिखाई, मालिक उस
Read Moreएक थी राजकुमारी
राजकुमार और राजकुमारी की अमर प्रेम कहानी पर लिखी एक छोटी सी कविता।
Read Moreतुम मजदूर हो
तुम मजदूर हो ।। मन विकल, काया शिथिल आंखें उम्मीदों से भरी । दो वक्त की रोटी मिले दुविधा यही सबसे बड़ी ।। बन प्रजा सेवक सदा,निभाते सदा दस्तूर हो । तुम मजदूर हो ।। दर-बदर हो तुम भटकते कुछ कार्य की तलाश में । कर्म से जो धन मिले जीवन कटे उल्ल..
Read Moreझोला छाप नही गारंटीड डागडर।
अचानक जगत नारायण उर्फ जगता को साइकिल पंचर बनवाते हुए बारह साल के बाद मुज़ीब के दुकान में देखा। बचपन का साथी था, एक ही स्कूल में हम दोनो साथ पढ़े थे लेकिन मैट्रिक के बाद वो गायब हो गया। आज मिला तो मैंने पूछा - का जगत का कर रहा है, आज कल। वो बोला - डागडर
Read Moreप्रसव के बाद रक्त आना, कारण और इलाज
प्रसव के बाद खून के थक्के आने के लक्षण, कारण और इलाज प्रसव के बाद यूट्राइन लाइनिंग के गिरने की वजह से ब्लीडिंग होती है। अगर नॉर्मल डिलीवरी हुई है जो जन्म नलिका के ऊतकों के क्षतिग्रस्त होने की वजह से ब्लीडिंग हो सकती है। जो खून प्रसव के तुरंत बाद नही
Read Moreनवजात शिशु का देखभाल
नवजात शिशु का देखभाल प्रेगनेंसी में लंबे इंतजार के बाद महिलाओं को अपने बच्चे को गोद में उठाने का मौका मिलता है। अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग महिला है तो नवजात शिशु की देखभाल के लिए वह आपको कई सुझाव दे सकती हैं, लेकिन पहली बार मां बनने वाली कई महिलाओ
Read Moreसंविधान शिल्पी -बाबा साहब
भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आम्बेडकर की जीवन यात्रा जो सदैव प्रमाणिक प्रासंगिक एव प्रेरक है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर भारतीय इतिहास के ऐसे विराट व्यक्तित्व जिनके बिना ना तो वर्तमान भारत कल्पनीय है ना ही भारत कि स्वतंत्रता के बाद भारत...
Read Moreमर्यादाओं की लक्ष्मण रेखा
मर्यादाओं की सीमा लांघ कर कोई व्यक्ति आगे बढ़ेगा तो निःसंदेह प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा ही आज न कल परंतु सत्य, धर्म, नियम को पालन करते हुए व्यक्ति यदि कभी दिग्भ्रमित होकर या गुमराह हो कर मर्यादाओं की सीमा तोड़ भी देता है तो उसे बचाने के लिए ईश्वर साक्षात खड़े...
Read Moreएक औरत की व्यथा
गांव की औरत की व्यस्तता पर लिखी एक छोटी सी कहानी। जो ये बताती है कि सिर्फ शहर की नहीं बल्कि गांव की औरते भी बहुत मेहनत करती है। कहते है कि शहर मे रहने वाली महिलाओ की जिंदगी बहुत भाग दौड़ भरी होती है। लेकिन गांव की महिलाओ की जिंदगी भी भाग दौड़ से कम न...
Read Moreचीखती दीवार
(ये एक काल्पनिक कहानी है। इसे मैंने सिर्फ ये बताने के लिए लिखी है कि हमे ,आपको या किसी भी व्यक्ती को पुत्र प्राप्ति के लिए इस तरह के अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए। पुत्र हो या पुत्री सब भगवान की देन है। हर बच्चे को इस दुनिया में आने का हक है। अपने माँ..
Read Moreबधाईयां रामलला जन्में हैं अयोध्या
रामलला जन्मे हैं अयोध्या धाम ।। ढोल ताशे मृदंग ने दी हैं अपनी थाप और वीना ने भी छेड़ी हैं अपनी तान रामलला हैं जो जन्में, कायनात भी झूमकर द्वार लला के बधाईयां देनी हज़ार आज हैं आई ।। कौशल्या दशरथ नंदन चराचर जगत के स्वामी रघुवर के श्री चरणों.
Read Moreकोरी कल्पना
एक कवि की कोरी कल्पना को पूरा सा करती हैं एक कविता ।। मन,मस्तिष्क और कलम के खालीपन को भावों से सुसज्जित सा करती हैं एक कविता ।। जज़्बात बिखरते हैं जब कागज़ की फर्श पर स्याही के रंग हो अक्षर अक्षर संग मोतियों की माला जैसी पिरों सा जाती हैं एक..
Read Moreबाल कहानी- शरारत
गोलू कक्षा सात का छात्र है। वह पढ़ने में बहुत होशियार है। मेहनत से पढ़ना-लिखना गोलू की आदत में शुमार है। वैसे तो उसमें सारी खूबियाँ हैं लेकिन शरारत में भी गोलू नंबर वन है। वह जब भी स्कूल, घर, बाज़ार या कहीं पर भी जाता है, तो रास्ते में सड़क पर अक्सर कोई...
Read Moreफिर कब दिखोगे।
रिटायरमेंट के बाद डीएसपी साहेब गया जाने के लिए अपने पूरे परिवार के साथ प्लेटफार्म नंबर दस पर ट्रेन के इंतजार में थे, तभी उनकी अर्धांगनी बोली मुन्ना कहां है। डीएसपी साहेब मुन्ना को खोजने गए तो मुन्ना टीवी देखने में व्यस्त था, चल इंहा से, का देख रहा है, पाप
Read Moreमाँ के चरणों में बहुत रोयें.
एक सेठ जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में बड़ा ही संघर्ष किया.सेठ को तीन बेटे थे. व्यापारी ने तीनों को पढ़ाया लिखाया. सेठ को अपने बड़े बेटे से बहुत लगाव था और माँ को छोटे बेटे से, और बड़े भाई को अपने बीच वाले भाई से. सेठ का सबसे छोटा बेटा थोड़ा बिगड़ा हुआ था. सेठ अपने बड़े बेटे से कई बार कह चुके थे अपने सबसे छोटे भाई का ध्यान रखना कही कुछ गड़बड़ ना कर दें.बड़ा बेटा सेठ के व्यापार में हाथ
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