बहन बेटियों पर होने वाले जघन्य अपराध
भारत में बहन बेटियों के साथ हो रहे जघन्य कुकृत्य अपराधों को देखते हुए यह आवश्यक है कि समाज में त्वरित और कठोर कानून लागू किए जाएं। इस लेख में विस्तार से कवर किया गया, जिसमें सऊदी अरब सरकार की तर्ज पर अपराधियों के खिलाफ कठोर कानून बनाने की आवश्यकता हैं..
Read Moreसबका प्यारा - अपना राजू
एक दिन एक लड़का जिसका नाम था राजू, वो घर पर अकेले में खेल रहा था। गर्मी का दिन था, बाहर लू चल रहा था। राजू बार बार घर से बाहर खेलने की जिद कर रहा था। राजू की मम्मी उसे बाहर जाने से मना कर रही थी, लेकिन राजू बाहर खेलने का जिद कर रहा था। राजू बाहर जाने के ल
Read Moreअंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह- 2024
मानद कुलपति सौहार्द शिरोमणि डॉ. सौरभ जी महराज के नेतृत्व मार्गदर्शन और राष्ट्र लेखक डॉ. अभिषेक कुमार जी के संयोजन तथा क्षेत्रीय स्तर पर श्री राजीव रंजन पाण्डेय जी के सहयोग से आगामी 16 और 17 नवंबर 2024 को बिहार राज्य अंतर्गत नालंदा जिले के राजगीर में दो...
Read Moreदर्द - ए - दिल
दर्द -ए -दिल भोरहरिया जब नींद खुला और बाहर निकला तो देखे की सब लोग महादेव थान के चबूतरा के तरफ दौड़ लगा रहा है। हम अकबका गए की गांव में कोई गुजर तो नही गया। हमहु फटाफट दौड़ के चबूतरा के पास गए। वहां जाकर देखा की बहादुर चा मार सिसक सिसक के रो रहे हैं। आंख
Read Moreबदनाम आदमी पार्टी
मैने अपने पूर्वजों के बारे में जाना तो पता चला आज तक मेरे खानदान में कोई राष्ट्र स्तर का नेता पैदा नहीं हुआ था। कारण सब सच बहुत बोलते थे। एक मैं ही कुलबोरन पैदा हो गया था अपने खानदान में। झूठ बोलने में मैं इतना माहिर था की वर्तमान वाले विधायक जी मुझे.....
Read Moreबिहार के शिक्षकों का हाल-ए-दर्द बयां...
मई जून की तपती महीना, आसमान से बरस रहे आग के भीषण जानलेवा गोले, जल रहा जमीन, झुलस रहा लोगों के गालों की लालिमा, पशु पक्षियों में भी अजीब सी व्याकुलता, ऊजड़ी हुई गुलसिता और घर के छांव में दुबके कामगार। आस पास के परिवेश से आ रही मौत की खबरे.. जी हां बिहार..
Read Moreप्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य वर्तमान विज्ञान आध्यात्म एव आचरण संस्कार के परिपेक्ष्य में लिखा गया सत्यार्थ धर्म एव जीवन दर्शन है। प्रस्तुत कहानी में सुभद्रा से अजुर्न को किसी संतान का योग नही था मामा भगवान श्री कृष्ण स्वंय इंद्र का स्वरूप 16 वर्षो के लिए मांग कर..
Read Moreकाबा जाए कि काशी
सामाजिक बंधनो को तोड़ती नए अध्याय आयाम लिखती दो नौजवानों के जीवन पर आधारित घटना का सत्यार्थ। पंडित धर्मराज के तीन बेटे हिमाशु ,देवांशु ,प्रियांशु थे तीनो भाईयों में आपसी प्यार और तालमेल था पुरे गाँव वाले पंडित जी के बेटो के गुणों संस्कारो का बखान करते...
Read Moreसन्त का सच त्याग..
सन्त के सामाजिक कल्याआर्थ सच तप कि मर्मस्पर्शी कहानी। गोकुल खानाबदोश परिवार में जन्मा था जिसके समाज के लोग मन मर्जी के अनुसार जहां अच्छा लगा वहीं डेरा जमा लिया कुछ दिन रहे मन उबा तो दूसरी जगह चल दिए यही जिंदगी थी पेट भरने के लिए भीख मांगना कबूल नही हाथ..
Read Moreभ्रष्टाचार खत्म करने वाली मशीन की परिकल्पना...
भ्रष्टाचार विरोधी या भ्रष्टाचार खत्म करने की मशीन यह सुनने में अजीब और अटपटा जरूर लग रहा होगा परंतु भविष्य में एक दिन भ्रष्टाचार को नियंत्रण करने के लिए एक विशेष मशीन की जरूरत पड़ेगी। क्यों की जैसे जैसे कलयुग का समय बीतता जायेगा भ्रष्टाचार, पाप, अनाचार...
Read Moreमें भारत हूँ
भीम प्रजापति द्वारा लिखित पुस्तक मैं भारत हूँ कि समीक्षा पुस्तक का शीर्षक ही स्प्ष्ट करता है कि काव्य संग्रह के अंतर्गत सामाजिक ,राष्ट्रीय ,राजनीतिक समसामयिक ,प्राकृतिक आदि विभिन्न विषयों पर काव्य मोतियों को पिरोकर माला संग्रह के रूप में समाज समय...
Read Moreमहानिशां कि ममतामयी माँ
नारी महिमा गरिमा कि माँ के संघर्षों कि कहानी। जीवेश से जब भी उसके सहपाठी पूछते तुम्हारे पिता का नाम क्या है ? जीवेश कुछ भी बता पाने में खुद को असमर्थ पाता और सहपाठियों के बीच लज्जित होता लौट कर माँ से सवाल करता माँ मेरे पिता कौन है? स्वास्तिका बताती भी..
Read Moreहल्का फुल्का
देश में चुनावी माहौल, नेता जीतने के बाद उड़ाएंगे माखौल। वादा ......।
Read Moreसमसामयिक दोहे
समसामयिक दोहे, षड्यंत्र कि बात नही कहते सब सत्य निर्भय प्रजा जन सत्यार्थ लोक तंत्र।। 2- टांग खींचना परस्पर जन हित कि रार साथ खड़े मंच पर स्वांग प्रपंच कि बात।। 3- रैली रेला हुंकार बढ़ा चुनावी ताप विजय मान मैदान में जैसे हो निःष्पाप।। 4- जीवन..
Read Moreमैं विभीषण।
जिनगी भर पार्टी के सेवा किए, घर से माड़ भात खा के आते थे, कुपोषण के शिकार हो गए, लेकिन जिंदाबाद जिंदाबाद हमेशा टनकार आवाज में लगाते थे। पूरा जिला जवार जानता था की सबसे अच्छा नारा हम ही लगाते थे, नेताजी के आगे चलते हुए दोनो पैर हवा में रहता था और हाथ आसमान
Read Moreचुनावी जनसभा के भीड़ का विश्लेषण।
जैसा की हम सभी जानते हैं की भारत में लोक तंत्र, प्रजातांत्रिक व्यवस्था का आगाज बीसवीं सदी के मध्य में हुआ था। दो सौ वर्षो की अंग्रेजी हुकूमत और इसके पहले राजतांत्रिक व्यवस्था में चुनावी जनसभा का कोई नामो निशान नहीं था। भारत में जब से प्रजातांत्रिक...
Read More....... और बिजली फिर गायब।
अरे जगमोहना के रोको, बांस लेके, गरियाते पता नही किसको खोज रहा है, कहते हुए रामबृक्ष भईया हाथ में लोटा लेके निकल पड़े स्वच्छता अभियान का मां बहन करने। तभी जगमोहन मुझे दिखाई दिया, वो हमसे पूछा बिजली विभाग के बड़े अधिकारी का नाम बताओ आज बांस ठेलना है। मैने क
Read Moreरामभरोसे राम।
रामभरोसे को अपने राम पर पूरा भरोसा था, तभी तो रिटायरमेंट के पहले चल बसे और राम को अनुकम्पा का लाभ मिला। मतलब घर में एक नौकरी फिर से सुरक्षित। अपने पिता के सभी गुणों को अपने में आत्मसात किये राम, मधुर वाणी के स्वामी थे। रामभरोसे वैसे तो एक सरकारी कार्यालय
Read Moreदिव्य निपटान स्थल - राष्ट्र चिंतन हो कर रहेगा।
दिव्य निपटान स्थल - राष्ट्र चिंतन हो कर रहेगा। एक सर्वे के अनुसार छिहत्तर प्रतिशत भारतीय कब्ज के शिकार हैं, ये सर्वे भारतीय सिनेमा के एक प्रसिद्ध अभिनेता ने अपने कार्यक्रम दस का दम में प्रदर्शित किया था एक प्रश्न के रूप में। सरकार आती गई, जाती गई लेकिन..
Read Moreजेपीएससी, मैं और मेरा दुर्भाग्य।
परीक्षा के दिन सुबह में टीवी खोला, किसी महाराज का प्रवचन आ रहा था, तुला राशि के बारे में कह रहे थें की आज का दिन वर्ष का सर्वश्रेष्ठ दिन साबित होगा और मुझे अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त होगी, अब महाराज को कौन बताये की जो राशि मेरी है, वही मेरे दुश्मन.....
Read Moreनवसवत्सर -2081 कैसा होगा भारतीय परिपेक्ष्य में
नवसवत्सर 2081 कि ज्योतिषीय व्यख्या। सनातन धर्म कि मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी ने जिस दिन सृष्टि कि रचना का शुभारम्भ किया था उसी दिन से नववर्ष का भी शुभारम्भ माना जाता जो चैत मास के शुक्लपक्ष कि प्रतिपदा से शुरू होता है । सनातन नव वर्ष के प्रथम दिवस...
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