गजल/शायरी

       19-04-2022

वार तो होंगे

रास्ता रौशनी चुनी है, हम पर वार तो होंगे। चाहने वाले होंगे, दुस्मन भी दो चार तो होंगे।। कठिन इस राह में, फूल मालायें मिलती नहीं। उसूलों की डगर में, यक़ीनन ख़ार तो होंगे।। जिन्होंने ज़िंदगी अपनी, गुज़ारी है हसद में ही। फ़िर वो...

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       28-03-2022

दिल के जज़्बात

मैं प्रेम के दो शब्दों पे भरोसा करने वाला। और वो दिल से मेरे खेले तो बुरा लगता है।। मैं दुनियाँ की भीड़ में उसको पहचान जाऊँ। वो पहचान कर भी तन्हाँ छोड़े तो बुरा लगता है ।।

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       16-03-2022

कही अनकही बातें

कही अनकही बातें शराफ़त का मिसाल देता हूँ खैर तो है कि ज़वाब-ओ सवाल देता हूँ...

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       15-03-2022

मेरे गाँव की गलियाँ

मेरे गाँव की गालियाँ बड़ी सुनसान सी लगती हैं मैं जहाँ खेलता था अब वो अंजान सी लगती हैं इतना बदलाव जरूर हुआ नये घर बनें हैं बहुत

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       12-03-2022

दोस्त चंद है

स्वाभिमानी लोगों के लिए रचना

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       09-03-2022

उनसे कह दो गद्दार नहीं हूँ

हिंदुस्तान के हर गाँव से शहर तक पहचान है मेरी किसी शोहरत् किसी ओहदे का तलबग़ार नहीं हूँ...

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       09-03-2022

मैं हिंदुस्तान का हूँ

नहीं कोई भी अपना है, किसी की बात क्या है। इस भीड़ भरी दुनियाँ...

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       08-03-2022

मुझे इत्र बना ले

मैं कोई ग़ैर नहीं अपना ले और मित्र बना ले ख़त्म न हो ख़ुशबू जिसकी ऐसा इत्र बना ले...

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       08-03-2022

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 को समर्पित ग़ज़ल

कितना दूर चला आया मैं, दिल में तेरी याद लिए। लेकिन मन आकुल है अबतक, अंजुरी भर फरियाद लिए...

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