गजल/शायरी
वार तो होंगे
रास्ता रौशनी चुनी है, हम पर वार तो होंगे। चाहने वाले होंगे, दुस्मन भी दो चार तो होंगे।। कठिन इस राह में, फूल मालायें मिलती नहीं। उसूलों की डगर में, यक़ीनन ख़ार तो होंगे।। जिन्होंने ज़िंदगी अपनी, गुज़ारी है हसद में ही। फ़िर वो...
Read Moreदिल के जज़्बात
मैं प्रेम के दो शब्दों पे भरोसा करने वाला। और वो दिल से मेरे खेले तो बुरा लगता है।। मैं दुनियाँ की भीड़ में उसको पहचान जाऊँ। वो पहचान कर भी तन्हाँ छोड़े तो बुरा लगता है ।।
Read Moreकही अनकही बातें
कही अनकही बातें शराफ़त का मिसाल देता हूँ खैर तो है कि ज़वाब-ओ सवाल देता हूँ...
Read Moreमेरे गाँव की गलियाँ
मेरे गाँव की गालियाँ बड़ी सुनसान सी लगती हैं मैं जहाँ खेलता था अब वो अंजान सी लगती हैं इतना बदलाव जरूर हुआ नये घर बनें हैं बहुत
Read Moreउनसे कह दो गद्दार नहीं हूँ
हिंदुस्तान के हर गाँव से शहर तक पहचान है मेरी किसी शोहरत् किसी ओहदे का तलबग़ार नहीं हूँ...
Read Moreमैं हिंदुस्तान का हूँ
नहीं कोई भी अपना है, किसी की बात क्या है। इस भीड़ भरी दुनियाँ...
Read Moreमुझे इत्र बना ले
मैं कोई ग़ैर नहीं अपना ले और मित्र बना ले ख़त्म न हो ख़ुशबू जिसकी ऐसा इत्र बना ले...
Read Moreअंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 को समर्पित ग़ज़ल
कितना दूर चला आया मैं, दिल में तेरी याद लिए। लेकिन मन आकुल है अबतक, अंजुरी भर फरियाद लिए...
Read More








