उनसे कह दो गद्दार नहीं हूँ

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ब्लॉग प्रेषक: शेख रहमत अली
पद/पेशा:
प्रेषण दिनांक: 09-03-2022
उम्र: 29
पता: बस्ती उ.प्र. (भारत)
मोबाइल नंबर: 7317035246

उनसे कह दो गद्दार नहीं हूँ

हिंदुस्तान के हर गाँव से शहर तक पहचान है मेरी

किसी शोहरत् किसी ओहदे का तलबग़ार नहीं हूँ


लोग कहते हैं दीवाना हुआ पागलों सा फ़िरता हूँ

फ़क़त इश्क़ में मुब्तिला ज़र्रा बराबर बेकार नहीं हूँ


हाँ ग़र मुफ़लिसों का हिमायत ज़ुर्म है तो रहने दो

फांसी पे चढ़ा दो मुझे ज़र्रा सा भी शर्मसार नहीं हूँ


ईक लालच देकर ज़ुल्म किस्तों में ढ़ा रहे उन पे

सिर्फ़ ग़रीबों के हक़ में बोला है गुनहग़ार नहीं हूँ


धराशाई हुये हैं कई नामी जो मुझसे हसद करते हैं

ये क़लम ही मेरी ताक़त है मैं कोई तलवार नहीं हूँ


किताब,पत्रिका,अख़बार, ने हौंसला दिया मुझको

हर रोज सुबह छपता हूँ पर कोई अख़बार नहीं हूँ


जिन्हें वफ़ादारी पे शक है उनसे कह दो "रहमत"

वतन परस्ती मिरे रग-रग में है कोई गद्दार नहीं हूँ


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मौलिक स्वरचित

~शेख़ रहमत अली "बस्तवी"

बस्ती उ. प्र. (भारत) 

@ariyen_poet

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