कविता/दोहा

       27-03-2022

मेरी चाहत

कवियत्री की चाहत जो वो पक्तियों में व्यक्त कर रही है....

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       21-03-2022

रंगों की दुनियाँ

रंगों की दुनियाँ, स्नेहा सिंह

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       17-03-2022

जीवन के विविध रंग के दोहे

मन पुलकित, तन हर्षित हुआ, आए हैं ऋतुराज । दुल्हन सी धरती सजी, पिया मिलन की आस।। खुशबू फैली दिग-दिगंत में, बिखर गया परिमल चहुंओर। पुष्प की मनहर आभा से, हुई सुहानी भोर ।।

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       15-03-2022

एक अधूरी ख्वाइश मन की

एक अधूरी ख्वाइश मन की

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       13-03-2022

गरीबों का दर्द कौन समझे

आधा नंगा बदन में, बदहोश जो होता रहा। सड़क पर होकर खड़ा,

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       13-03-2022

इस आसमां में उड़ने की अब बारी हमारी है

इस आसमां में उड़ने की अब बारी हमारी है। औरों से क्या लड़ना अभी तो खुद से लड़ने की बारी है। इन परिंदों से कहेंगे कि हमें अपना दोस्त बना लें,

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       12-03-2022

कविता

कौन है तू, कहाँ है तू क्या रिश्ता है तेरे दिल के दरमियां क्यों

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       11-03-2022

भावों संग होली के रंग

होली रंगों का त्योहार है आपस में मिलने जुलने शिकवा शिकायतें मिटाने का...

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       11-03-2022

मैं मुसाफ़िर

मेरी रचना एक मुसाफ़िर से संबंधित हैं, जो बिना सोचे निकल पड़ा हैं.

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       11-03-2022

गांव के गलियारे शहरों में कहां मिलते..

गांव के गलियारे शहरों में कहां मिलते..

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       11-03-2022

अंजुली भर अनाज

अंजुली भर अनाज

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       10-03-2022

नाम करूँगी रौशन मेरे पापा

बेटी हूँ तो क्या हुआ किसी का दिल नहीं दुखाना आता। नहीं किसी पर बोझ बनूँगी...

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       09-03-2022

नारी तू महान

नारी तू महान है, कविता स्नेहा सिंह

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       09-03-2022

गांव की गलियारे

गांव की गलियारे

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       08-03-2022

नारी एक ज्वाला

ममता की मूर्ति नारी सृष्टि क्रम को गतिमान रखती नारी ममता,दया करुणा की प्रतिमूर्ति...

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       08-03-2022

माँ की ममता, माँ से ही जहान है।

मां के बिना विरान ये सब संसार है, मां में ही तो समाया तीनों जहान है। मां का मिले लाड़ दुलार वो वरदान है..

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       07-03-2022

दिखावे की मोहब्बत

काम की बातें थे करते जाम उनको चाहिये मज़हबी नफ़रत फैला कर नाम उनको चाहिये...

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       06-03-2022

मुस्कुराहट

मुस्कान ऐसी पवित्र भावना है जो सिर्फ मनुष्यों को मिली है

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       06-03-2022

स्त्री जग जननी है

बे पर्दा रहना स्त्री को ये नहीं लिखा धर्म ग्रंथों में पर्दा का समर्थन क़ुरान करे...

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       06-03-2022

शेरनी की दहाड़

शेरनी की दहाड़ कविता, दीपाली मिरकर

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       06-03-2022

बसंत की बहार

बसंत ऋतू की मनमोहिनी छटा का वर्णन

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