| ब्लॉग प्रेषक: | डॉ0 श्याम लाल गौड़ |
| पद/पेशा: | शिक्षक |
| प्रेषण दिनांक: | 05-07-2024 |
| उम्र: | 42 |
| पता: | श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार |
| मोबाइल नंबर: | 9368760732 |
त्रिरंगम्
गीतम्
शीर्षकम्
"त्रिरंगम्"
गृहे गृहे सज्जति त्रिरंगं त्रिरंगम्।
गृहे गृहे त्तोलनं भवति त्रिरंगं त्रिरंगम्।।
अभिमानमस्माकं त्रिरंगं त्रिरंगं,
देशस्य बलिदानं त्रिरंगं त्रिरंगं।
सम्मानमस्माकं त्रिरंगं त्रिरंगं,
परिचयो अस्माकं त्रिरंगं त्रिरंगं ।।
गृहे गृहे सज्जति..............
गृहत: संसद पर्यन्तं त्रिरंगं त्रिरंगं,
चतुष्पथे वीथिकायां त्रिरंगं त्रिरंगम्।
हस्ते त्रिरंगं मुखे जपं त्रिरंगं त्रिरंगं,
जना:कुर्वन्ति आदरं त्रिरंगं त्रिरंगम्
गृहे गृहे सज्जति..............
अमृतमहोत्सवस्य अवसरो$यं,
गीत गानस्य प्राप्त: अवसरो$यम्।
आत्मोत्सर्गं कृतं यै:हुतात्मान:,
तेषां वन्दनाया: अवसरो$यम्।।
गृहे गृहे सज्जति..............
जीवनस्याधारो$यं त्रिरंगं त्रिरंगं,
श्वांसे श्वांसे नि:सृति त्रिरंगं त्रिरंगम्। सूत्रेकस्मिन बध्नाति त्रिरंगं त्रिरंगं,
इतिहासं स्मारयति त्रिरंगं त्रिरंगम्।।
गृहे गृहे सज्जति..............
डॉ. श्याम लाल गौड़:
सप्तऋषि:आश्रम:हरिद्वारम्।
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