मन का मंदिर

Image
ब्लॉग प्रेषक: Deepali Mirekar
पद/पेशा: लेखिका
प्रेषण दिनांक: 15-12-2022
उम्र: 28
पता: विजयपुर कर्नाटक
मोबाइल नंबर: 7353581756

मन का मंदिर

मन का मंदिर 

भटक रहा है मन
तड़प रहा है मन
कलयुग के जाल में
उलझ रहा है जीवन।

आत्मशांति की तलाश में
अन्धकार के मायाजाल में
खो गया है मन।

दौड़ रही हैं ज़िंदगी
ना जानें किस पथ पर
पीठ पर आधुनिकता का 
चाबुक है चल रहा
सब चल रहे 
जीवन के अज्ञात लक्ष्य पर।

प्रेम का पाठ पढ़ाने कृष्ण न आयेंगे 
धर्म का पाठ पढ़ाने राम न आयेंगे 
भक्ति की शक्ति की ज्योत जगाने
हनुमान न आयेंगे 
धर्म कर्म से भिन्न संसार 
हो गया है जन्म मरण के
रहस्य से विशिप्त।

कलयुग के माया जाल में
सज्जन हो रहे पीड़ित,
तांडव मचा रहा
दुर्जन का देत्त्य अवतार
आ जाओ अब तो
हे मेरे पालनहार परमेश्वर!
मन का मंदिर है अन्धकार से घिरा हुआ।

Deepali Mirekar
Vijaypur Karanataka

Share It:
शेयर
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।

नए ब्लॉग पोस्ट