| ब्लॉग प्रेषक: | हरजीत सिंह मेहरा। |
| पद/पेशा: | ऑटो चालक.. |
| प्रेषण दिनांक: | 26-11-2022 |
| उम्र: | 53 वर्ष |
| पता: | लुधियाना,पंजाब,भारत |
| मोबाइल नंबर: | 8528996698. |
... अब मेरी उम्र हो गई है!🍁
उसने धीरे से हिलाया,और मेरी आंख खुल गई,
नज़र सामने खड़ी मुस्का रही,पत्नी पे पड़ गई,
हौले से वो बोली.."आपकी चाय ठंडी हो गई.!"
"ओह..अच्छा"कह,चेतना जैसे सचेत हो गई!
एक हाथ में ऐनक,दूजे में अख़बार लटक रहा था,
अभी कुछ देर पहले ही तो,अख़बार पढ़ रहा था!
आराम कुर्सी पर बैठे-बैठे,चाय की तलब जताई ,
इसलिए पत्नी से थी,चाय लाने की इच्छा बताई।
वह बेचारी मेज़ पर,चाय रख के चली गई..
पर,ना जाने कब मुझपे,नींद की खुमारी चढ़ गई!
पहलू बदला ही था कि,वो चाय गर्म कर ले आई,
पास पड़ी कुर्सी पर बैठ,मेरे चेहरे पे नज़रें गड़ाई।
सकपका गया मैं,सोचा..जाने क्या बात हो गई है?
मंद-मंद मुस्काके बोली"अब तुम्हारी उम्र हो गई है"
नज़र उठा के,गहरी आंखों से देखा..मुस्कुराया,
नश्तर की तरह चुभी थी बात,गहरा असर पहुंचाया।
हमने चाय पी,उसने कप समेटे,हौले से कंधा दबाया,
'अब बुढ़ापे की चौखट पे हो' कुछ ऐसा जताया!
बिना बताए ही मानो,वो कई बातें कह गई..
मैंने भी सोचा,क्या वाकई में अब मेरी उम्र हो गई?
कुर्सी से उठा..दीवार पर टंगे आईने में देखा,
चेहरे को इधर-उधर घुमा,बड़ी बारीकी से परखा,
आज,आंखों के कोरों पर,झुर्रियों का बसेरा पाया,
बालों की काली बस्ती में,सफेद रंग..गहरा पाया।
यह देख रगों में,बुढ़ापे का अनुभव सा दौड़ा था..
आज,उसकी मासूम हरकतों ने,मुझे झंझोड़ा था।
"ये"वही थीं,जिसने कभी मुझे"हीरो"बताया था..
आज उसी ने बढ़ती उम्र का,एहसास जताया था!
दिल नहीं मानता पर,बात सच हो गई है...
हां..वाकई!शायद अब मेरी उम्र हो गई है.!!
🤔🤔🤔🤔🤔
स्वरचित@-
हरजीत सिंह मेहरा.
लुधियाना,पंजाब(पंजाब)।
फोन 85289-96698.
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