| ब्लॉग प्रेषक: | स्नेहा सिंह |
| पद/पेशा: | Lecturer |
| प्रेषण दिनांक: | 18-08-2022 |
| उम्र: | 29 |
| पता: | लखनऊ |
| मोबाइल नंबर: | 9453749772 |
दुर्दशा का कौन जिम्मेवार
औरत या नारी
की दुर्दशा का कौन हैं असली गुनहगार
आखिर,कौन ??
हर लेखक,हर रचनाकार
औरत की मन की जबानी को
शब्दों में ढालने की चेष्टा करता हैं मन की पीर,
मस्तिष्क की हर उथल पुथल को
कागज़ी जामा पहनाने की कोशिश भी करता हैं ।।
पर
वो, जायज़ या उचित को
क्यूं,शब्दों में पिरोंन
बयां नहीं करता ।।
आखिर! क्यूं नही लच्छेदार, शब्दों की चासनी में
लपेटकर कलम से सत्य को नही लिखता ।।
कौन हैं!
जिम्मेवार नारी या औरत की
इस,दुर्दशा का
पिछड़ेपन का और शारीरिक,मानसिक विक्षिप्ता का ।।
क्यों,
सतयुग ,द्वापर,त्रेतायुग से ही
औरत, रानी के नाम का ताज पहन सिर्फ
महलों की शोभा बढ़ा रही थी
या एक राजा की कई पटरानियां बन
बिना सर पर की प्रथा को निभा रही थी ।।
सदियों से चली आ रही इस कुरीति को
मर्द,
अपनी पौरुष शक्ति समझ छाती चौड़ाकर
फुला ना समा रहा था ।।
कौन हैं,
वास्तव में नारी समाज की ऐसी परिस्थितियों का
असली गुनहगार,
ज़रा सोचिए,
विचार कीजिए ।।
खुद,स्वयं ही एक औरत
हां!
एक औरत ही औरत की सबसे बड़ी अवरोधक हैं
मानसिक ,सामाजिक और प्रगति के मार्ग पर
रोड़ा के रूप में ।।
जरा,
रुकिए जनाब
और तसल्ली से दिमाग के पेचों को हिलाएं और डुलाए
अरे,
हुजूर
कहानी अभी ज़ारी हैं
और मेरी कलम का विद्रोहक रूप अभी बाक़ी हैं ।।
❤️❤️❤️❤️❤️
स्नेहा की कलम से...............................................
साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक
कानपुर उत्तर प्रदेश
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
02-12-2025
जलना ही तो चलना है।
आंखें धसती है धसने दे, दुनिया हंसती है हंसने दे। कर्तव्य पथ ना छोड़ देना, जीवन रथ ना मोड़ लेना। गति ऐसी हो आस न रहे, चाहत ऐसी हो प्यास न रहे। धुएं सी निंदा कितना ढंकेगी, जलेगी आग वो खुद छंटेगी। अंदर की लौ जब बाहर आए, धधक उठे फिर सबको हरषाए। अब .....
Read More27-10-2025
नेताओं की एक ही पुकार - हो हमारा विकसित बिहार।
बिहार चुनाव में वोटर और नेताओं की प्रजाति का मन जानने निकले थे हम। जी हां हम। एक तथाकथित व्यंग्यकार, जिसका गांव गर्दन का कुछ ठिकाना नहीं, अपने लिखते हैं, अपने पढ़ते हैं, और अपने ही, अपने लेख पर सकारात्मक टिप्पणी भी करते हैं। खैर अपनी प्रशंसा तो होते ही रह
Read More13-10-2025
कबीरा तेरे देश में ....।
हे ईश्वर, हे बऊरहवा बाबा, पीपर तर के बाबा तुमसे हाथ जोड़ कर बिनती है कि ई बार बिहार चुनाव में हमन लड़ोर सब के मान सम्मान रखना। 243 में बाकी जेकरा मन करे ओकरा जीतवा देना लेकिन हमन के पसंदीदा ई पांच उम्मीदवार के भारीमत से जीतवा कर मनोरंजन से लबरेज रखना।
Read More30-08-2025
राजनीति में गालीवाद का उदय...
राजनीति, जो कभी, समाज के पिछड़े, वंचितों के उत्थान, बिना भेदभाव के समाज की सेवा, समेकित विकास और न्याय की धुरी हुआ करती थी, आज विभिन्न प्रकार के 'वादों' की गिरफ्त में आ चुकी है। हमने राजनीति में जातिवाद देखा है, जहां जातीय पहचान को वोट बैंक के रूप में...
Read More20-08-2025
प्रेमग्रंथ -लव गुरु का ज्ञान।
🌺🌺 चटुकनाथ - अंतराष्ट्रीय लव गुरु।💐💐 "ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए फ़िनाइल की गोली है और चूसते जाना है"। हिंदी के प्रख्यात प्राध्यापक अंतराष्ट्रीय लव गुरु चटुकनाथ जी को प्रेम दिवस पर हमारे शहर में बुलाया गया, प्रेम पर व्याख्यान के लिए। उन्हों
Read More