बारिश की बूंदे

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 21-07-2022
उम्र: 29
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

बारिश की बूंदे

।। बरखा की ये बूंदे ।।

सताती हैं मन को जलाती भी

जब जब, तन को सहसा अपने

अनोखे अंदाज़ से भीगाती हैं 

ये बरखा की बूंदे ।

मैं!

होना चाहता हूं सराबोर

ऐ,बरखा की बूंदे

तेरे नशे में चूर भी ।

आसमान के सीने को चीर

आती हैं मिलने मुझसे

ये बरखा की बूंदे

जैसे खेलती हो लुका छिपी मुझसे ।

सोंधी सोंधी खुशबू से

भर देती हैं मिट्टी में रंगत सी

जब जब गिरती हैं फलक से

धरा के दिल पर

ये बरखा की बूंदे ।।

उफ्फ!

ये बरखा की बूंदे

हां,ये बरखा की बूंदे ।।


I lo ❤️ve rain

I m crazy for rain 


स्नेहा की कलम से................

(साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक,)

कानपुर उत्तर प्रदेश

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