| ब्लॉग प्रेषक: | सुधीर श्रीवास्तव |
| पद/पेशा: | निजी कार्य |
| प्रेषण दिनांक: | 19-05-2022 |
| उम्र: | 52 |
| पता: | गोण्डा उत्तर प्रदेश |
| मोबाइल नंबर: | 8118285921 |
प्यासी धरती
व्यंग्य
प्यासी धरती
***********
मजाक अच्छा है
कि धरती भी प्यासी है,
शायद यही सही भी है
क्योंकि धरती रुंआसी सी है।
छोड़ो इन बातों में रखा क्या है
धरती प्यासी रहे या मर जाय
हमें मतलब क्या है?
हम तो अपनी मनमानियां करते रहेंगे
हरियाली का नाश करते रहेंगे
जल स्रोतों को दफन करते रहेंगे
धरती को खोखला करते रहेंगे।
फिर चाहे हम ही इसके शिकार न हो जायें
प्रदूषण,बाढ़, सूखा, अनियंत्रित तापमान से
परेशान क्यों न हो जायें?
बीमारियों की चपेट में आ भी जायें
तो भी कोई बात नहीं,
प्रदूषित हवा सांस के साथ
निगलते रहे कोई बात नहीं,
आक्सीजन की मार से
मर भी जाएं तो भी चलेगा,
हमारी अगली पीढ़ियां भी
हमारी कारगुज़ारियों का शिकार हो जाएं
हमें फर्क नहीं पड़ता,
धरती आग का गोला बन जाए
मुझे इससे क्या?
हम तो अपने आप में शहंशाह है
अपनी मर्ज़ी के मालिक
किसी खुदा से कम कहां हैं?
धरती हमें भी तो बहुत रुलाती है,
माना कि हमें जीने के साधन मुहैया कराती है,
पर बाढ़, सूखा, भूस्खलन, भूकंप ही नहीं
तूफान भी तो लाती ही है,
यही नहीं ज्वालामुखी की आग में झुलसाती भी है
फिर आज प्यासी है तो रोती क्यों है?
वो अपना काम करती है हम अपना करते हैं
तब आज हमें अपनी बेबसी बताती क्यों है?
प्यासी है तो रहे मेरी बला से
इतनी उम्मीद भला हमसे लगाती क्यों है?
टकटकी लगाए हमें देखती क्यों है?
प्यासी है मगर मरती क्यों नहीं है?
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
८११५२८५९२१
© स्वरचित, मौलिक
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
02-12-2025
जलना ही तो चलना है।
आंखें धसती है धसने दे, दुनिया हंसती है हंसने दे। कर्तव्य पथ ना छोड़ देना, जीवन रथ ना मोड़ लेना। गति ऐसी हो आस न रहे, चाहत ऐसी हो प्यास न रहे। धुएं सी निंदा कितना ढंकेगी, जलेगी आग वो खुद छंटेगी। अंदर की लौ जब बाहर आए, धधक उठे फिर सबको हरषाए। अब .....
Read More27-10-2025
नेताओं की एक ही पुकार - हो हमारा विकसित बिहार।
बिहार चुनाव में वोटर और नेताओं की प्रजाति का मन जानने निकले थे हम। जी हां हम। एक तथाकथित व्यंग्यकार, जिसका गांव गर्दन का कुछ ठिकाना नहीं, अपने लिखते हैं, अपने पढ़ते हैं, और अपने ही, अपने लेख पर सकारात्मक टिप्पणी भी करते हैं। खैर अपनी प्रशंसा तो होते ही रह
Read More13-10-2025
कबीरा तेरे देश में ....।
हे ईश्वर, हे बऊरहवा बाबा, पीपर तर के बाबा तुमसे हाथ जोड़ कर बिनती है कि ई बार बिहार चुनाव में हमन लड़ोर सब के मान सम्मान रखना। 243 में बाकी जेकरा मन करे ओकरा जीतवा देना लेकिन हमन के पसंदीदा ई पांच उम्मीदवार के भारीमत से जीतवा कर मनोरंजन से लबरेज रखना।
Read More30-08-2025
राजनीति में गालीवाद का उदय...
राजनीति, जो कभी, समाज के पिछड़े, वंचितों के उत्थान, बिना भेदभाव के समाज की सेवा, समेकित विकास और न्याय की धुरी हुआ करती थी, आज विभिन्न प्रकार के 'वादों' की गिरफ्त में आ चुकी है। हमने राजनीति में जातिवाद देखा है, जहां जातीय पहचान को वोट बैंक के रूप में...
Read More20-08-2025
प्रेमग्रंथ -लव गुरु का ज्ञान।
🌺🌺 चटुकनाथ - अंतराष्ट्रीय लव गुरु।💐💐 "ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए फ़िनाइल की गोली है और चूसते जाना है"। हिंदी के प्रख्यात प्राध्यापक अंतराष्ट्रीय लव गुरु चटुकनाथ जी को प्रेम दिवस पर हमारे शहर में बुलाया गया, प्रेम पर व्याख्यान के लिए। उन्हों
Read More