| ब्लॉग प्रेषक: | स्नेहा सिंह |
| पद/पेशा: | Lecturer |
| प्रेषण दिनांक: | 10-05-2022 |
| उम्र: | 29 |
| पता: | Lucknow |
| मोबाइल नंबर: | 9453749772 |
हर धड़कन की गति बढ़ाती हैं ये चूड़ियां
।। चूड़ियां ।।
कंगन,चूड़ियां हैं साजो श्रृंगार
नारी की कलाई का ।
हैं! कांच की मगर
रिश्तों की डोर को अपनी खनक से
खनकाती हैं ये चूड़ियां ।।
मन से कही ना कही
एक, डोर सी बांधे हैं ये रंग बिरंगी
सी चूड़ियां ।।
सूने हाथों को भी अपनी रंगत से
भरे हैं ये चूड़ियां
अपनी, खन खन से
मन को मदहोश सा करे हैं ये चूड़ियां ।।
मां के हाथ में सजे
या बहन ,भाभी के हाथ में खनके ।
मन को लुभाती सी हैं ये चूड़ियां ।।
सोचता हूं क्यूं ना भेंट
करूं मैं ,अपनी सखी सहेलियों को
ये, हर रंग की चूड़ियां ।।
हां!
मन को कई अरमानों से सजाती हैं ये
चूड़ियां ।
ये,रंग से भरी चूड़ियां ।।
रंग बिरंगी सी चूड़ियां ...................
स्नेहा कृति
साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक
कानपूर उत्तर प्रदेश
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
02-12-2025
जलना ही तो चलना है।
आंखें धसती है धसने दे, दुनिया हंसती है हंसने दे। कर्तव्य पथ ना छोड़ देना, जीवन रथ ना मोड़ लेना। गति ऐसी हो आस न रहे, चाहत ऐसी हो प्यास न रहे। धुएं सी निंदा कितना ढंकेगी, जलेगी आग वो खुद छंटेगी। अंदर की लौ जब बाहर आए, धधक उठे फिर सबको हरषाए। अब .....
Read More27-10-2025
नेताओं की एक ही पुकार - हो हमारा विकसित बिहार।
बिहार चुनाव में वोटर और नेताओं की प्रजाति का मन जानने निकले थे हम। जी हां हम। एक तथाकथित व्यंग्यकार, जिसका गांव गर्दन का कुछ ठिकाना नहीं, अपने लिखते हैं, अपने पढ़ते हैं, और अपने ही, अपने लेख पर सकारात्मक टिप्पणी भी करते हैं। खैर अपनी प्रशंसा तो होते ही रह
Read More13-10-2025
कबीरा तेरे देश में ....।
हे ईश्वर, हे बऊरहवा बाबा, पीपर तर के बाबा तुमसे हाथ जोड़ कर बिनती है कि ई बार बिहार चुनाव में हमन लड़ोर सब के मान सम्मान रखना। 243 में बाकी जेकरा मन करे ओकरा जीतवा देना लेकिन हमन के पसंदीदा ई पांच उम्मीदवार के भारीमत से जीतवा कर मनोरंजन से लबरेज रखना।
Read More30-08-2025
राजनीति में गालीवाद का उदय...
राजनीति, जो कभी, समाज के पिछड़े, वंचितों के उत्थान, बिना भेदभाव के समाज की सेवा, समेकित विकास और न्याय की धुरी हुआ करती थी, आज विभिन्न प्रकार के 'वादों' की गिरफ्त में आ चुकी है। हमने राजनीति में जातिवाद देखा है, जहां जातीय पहचान को वोट बैंक के रूप में...
Read More20-08-2025
प्रेमग्रंथ -लव गुरु का ज्ञान।
🌺🌺 चटुकनाथ - अंतराष्ट्रीय लव गुरु।💐💐 "ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए फ़िनाइल की गोली है और चूसते जाना है"। हिंदी के प्रख्यात प्राध्यापक अंतराष्ट्रीय लव गुरु चटुकनाथ जी को प्रेम दिवस पर हमारे शहर में बुलाया गया, प्रेम पर व्याख्यान के लिए। उन्हों
Read More