विश्वगुरु

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ब्लॉग प्रेषक: Deepali Mirekar
पद/पेशा: रचनाकार
प्रेषण दिनांक: 29-04-2022
उम्र: 29
पता: कर्नाटक
मोबाइल नंबर: 7353581756

विश्वगुरु

विश्वगुरु


बट रहा है मेरा भरतखंड 

जाति,धर्म, भाषा,वर्ग के भेद में

क्यू है छाया अंधकार का साया

संस्कृति और मानवियता प्रधान राष्ट्र में।


भिन्न भाषा, भिन्न जाति

फिर भी भारत एक है

भारत मां की ममता  में

क्या बच्चों में भेद है??

छिद्र होती एकता

क्यू मचा हाहाकार है??


विश्व का विश्व गुरु 

क्या भटक रहा पथ है??

वसुंधरा कुटुंबकम की परंपरा

क्यू कलयुग में क्षीण है??


अधर्म का नारा हैं गुंज रहा

धर्म की सांसे है घुट रही

क्या तेरा क्या है मेरा

सारा संसार है मोहमाया।


भाई भाई का भाव है घट रहा

भिन्नता का बीज अंकुर रहा

मां बाप हो रहें अनाथ

बच्चें दौड़ते उन्नति के रेस में।


दिपाली

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