अहसान फरामोश इंसान

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 21-04-2022
उम्र: 30
पता: Lucknow
मोबाइल नंबर: 9453749772

अहसान फरामोश इंसान

।। इस दुनियां, जहान के रंग

मेल नहीं खाते, मेरे मन के रंग से ।।

# खुदगर्ज इंसान,मतलबी जहान

फिर, मैं ही क्यूं करूं

इन सबकी परवाह ।

रंग बदलते,गिरगिट माफिक इंसान

फिर, मैं ही क्यूं करूं

 हर दिल के जज़्बातों की परवाह ।

हाल वही हैं साहब !

जैसे,मुंह में राम और बगल में छुरी वाला

हिसाब किताब ।।

इस दुनियां, जहान से मेल नहीं खाता

मेरे दिल के रंग का मिज़ाज ।

स्वार्थ,

का चोला ऐसा ओढ़ा मानव ने

चाहे,कोई भीतर ही भीतर टूटे या

किसी के

जज़्बात रूठे ।

हम, चलेंगे अपने मन मुताबिक़ ही चाल

इस दुनियां,जहां के रंग

नही मेल खाते मेरे मन के रंगों से ।।

बड़ा

अहसान फरामोश हैं इस धरती का हर इंसान

मुझे,तनिक नही भाता

वो,

खुदगर्जी का मिज़ाज

इस, दुनियां, जहान का इंसान

रंगा हैं बेमानी और मक्कारी के रंग से ।।

रंगा हैं बेमानी और मक्कारी के रंग से ।।

स्नेहा कृति

🙏🙏🙏🙏🙏

(रचनाकर, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश

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