जंगल और पर्वत का संबंध

Image
ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 16-04-2022
उम्र: 30
पता: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर: 9453749772

जंगल और पर्वत का संबंध

।। जंगल और पर्वत

के दरमियान बसी हैं कुदरत की प्रेम निशानियां ।।

# जंगल जंगल घूमता हूं मैं,

ढूंढने को प्रेम की निशानियां ।

और पर्वत पर्वत चढ़ के जाता हूं मैं !

खोजने कुछ अंश मोहब्बत के

जो, नामे वफ़ा हैं कुदरत के  ।।

ये,खूबसूरत से पर्वत और पहाड़ की कहानी अधूरी सी

 साथ बिन कुदरत के,

पर्वत की चोटी की ऊंचाई से देखो,

या देखो,

जंगल की आश्चर्जनक कर देने वाली गहराइयों से

दोनो ही,एक दूसरे के पूरक से लगते हैं ।

जैसे,इन दोनों का नाता रिश्ता कुछ मंझा

और थोड़ा सदियों पुराना सा लगता हैं ।।

कुदरत हैं कड़ी इन दोनों को बांधने की,

बिन कुदरत मानो,

इनका ये संबंध बेमतलब और बेमानी सा लगता हैं ।।

स्नेहा कृति

🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️

(रचनाकर, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश

Share It:
शेयर
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।

नए ब्लॉग पोस्ट