अहम की भाषा

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: 22
प्रेषण दिनांक: 06-04-2022
उम्र: 30
पता: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर: 9453749772

अहम की भाषा

।। अहम की भाषा ।।

 हर एक भाषा का ज्ञान अर्जित किया मैंने

बड़े ही सहज भाव से ।

पर न कर सका दिल के क़रीब

मुंह की जबानी

भाषा अहम,गुरुर और घमंड की बेशर्मियत की अदाओं में ।

अदब, लिहाज़ और सौम्यता की चादर 

को ओढ़ा मैंने लिबाज़ की तरह ।।

पर ना,

अकड़ के चल सका बदमिजाज और असभ्य की तरह शालीनता की पनाहों में ।

हर भाषा को पढ़ा और जाना

मैंने,सरल भाव से ।

तिरस्कार,अपमान और हीन भावना

का कर हनन ।

मैं ! बढ चला प्रेम की राह में ।

प्रेम नाम की डगर को बना हमसफर

मैं,भूल चला 

ईर्ष्या,जलन और नफरत के

हर अंश को ।।

हर एक भाषा का ज्ञान अर्जित किया मैंने

बडे ही सहज भाव से ।।

स्नेहा कृति

(रचनाकर, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश 

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