पथरीले रास्ते Pathrile Raste

पथरीले रास्ते Pathrile Raste

- अधौरा कैमूर पहाड़ियों में निवास करने वाले आदिवासी समुदाय के जनजीवन पर आधारित रचना (eBook)
₹49/- ₹10/-
  • लेखक: Avishek Kumar
  • श्रेणी: रिपोर्ताज

बिहार राज्य के कैमूर जिले के आदिवसी वनवासी बाहुल्य प्रखंड अधौरा की समस्त बि...... Read more

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पथरीले रास्ते Pathrile Raste

बिहार राज्य के कैमूर जिले के आदिवसी वनवासी बाहुल्य प्रखंड अधौरा की समस्त बिन्दुओं पर एक रिपोर्ताज प्रस्तुतिकरण है जिसके पढने से एक सही दिशा में रिपोर्ट लेखन में मदत मिलेगा तथा किसी भी प्रखंड के जनसमुदायों को किन-किन पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करना है अदि इन विषय वस्तु की जानकारी होगी। खासकर किसी भी सरकारी/गैर सरकारी बिभाग के ग्रामीण/सामुदायिक कार्यकर्ता एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन NRLM के देश के बिभिन्न राज्यो के ब्लॉक मिशन प्रबंधक तथा जिला मिशन प्रबंधक को एक ब्लॉक के समस्त बिंदुओं पर किस प्रकार परिभाषित/आकलन करना है इन विषय वस्तु की समग्र जानकारी होगी। ग्राम विकास अधौरा के सन्दर्भ में इस पुस्तक में 13 इकाइयां हैं जो सामाजिक, आर्थिक, राजनितिक, सांस्कृतिक सशक्तिकरण पर बल देती है। पहली इकाई ‘’गरीबी’’ पर है, दूसरी इकाई ‘’आय’’ तीसरी इकाई ’सड़क’’, चौथी इकाई ’ग्रामीण आवास’’ ‘पांचवी इकाई ’स्वास्थ्य’’ ‘छठी इकाई ’पेयजल’’ ‘सातवीं इकाई ‘’शिक्षा’’ ‘आठवीं इकाई ’बिधुत उर्जा’’ नवीं इकाई ’संचार’’ ‘दसवीं इकाई ‘’पशुपालन’’ ग्यारहवीं इकाई ‘’यहाँ के वन और वन्यजीवों पर’’ बारहवीं इकाई ‘’यहाँ की औषधियां’’ तथा तेरहवीं इकाई में हमने बैंकिंग प्रणाली एवं समाज के मुख्य धारा से पिछड़े हुए वर्गों के सशक्तिकरण के लिए एक कार्यनीति के रूप में स्वंय सहायता समूहों पर विशेष बल दिया है। इसमें सशक्तिकरण प्रक्रिया में प्रखंड क्रियान्वयन इकाई- अधौरा की एक परिवर्तन के अभिकर्ता के रूप में भूमिका पर चर्चा को भी सम्मिलित किया गया है। सामान्य रूप से परिवर्तन/ बदलाव की अवधारणा और विशेष रूप से सामाजिक बदलाव, फिर बदलाव लाने में गतिशीलता की भूमिका तथा लोगो के सशक्तिकरण में लामबंदी ( Mobilization) के महत्व से अवगत कराएगी। इस कहानी का उद्धेश्य प्रखंड अधौरा के ग्राम विकास को प्रत्यक्षरूप से प्रभावित करने वाले समय- समय पर विभिन्न मूलभूत ग्रामीण सेवाओं और ढांचा (सरकारी या गैर सरकारी) से सम्बंधित प्रयासों से आपको अवगत कराना है। चुकी अधौरा प्रखंड सम्पूर्ण दृष्टिकोण से पिछड़ा हुआ है, इसलिए हमने सोचा की विकास के सामाजिक पक्षों जैसे की गरीबी, शिक्षा, आवास, स्वस्थ्य, पेयजल आदि से अवगत कराया जाय ताकि आप ग्राम विकाश अधौरा के सन्दर्भ में विभिन्न आयामों की समीक्षा के लिए बेहतर स्थिति में हों। हम ऐसी आशा करते हैं की इस लेख को पढना आपको अच्छा लगेगा।

लेखक Avishek Kumar
पता जयहिंद तेंदुआ औरंगाबाद बिहार
मोबाइल नंबर +919472351693
ई-मेल jaihindtendua@gmail.com
सह लेखक NA
प्रकार ई-बुक/ई-पठन
भाषा हिंदी (ईबुक)
कॉपीराइट copyrighted
पठन आयु वर्ग all
कुल पृष्टों की संख्या 23
ISBN(आईएसबीएन) N/A
Publisher/प्रकाशक DPK साहित्य विधा पठन एवं ईप्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत
अन्य NA
प्रकाशित तिथि 03-04-24

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